मैं सुपरहीरो नहीं हूं, लेकिन... सड़क किनारे फू़ड स्टॉल लगाता है ये शख्स, वड़ापाव बेचने का अनोखा अंदाज़ हुआ वायरल

 मैं सुपरहीरो नहीं हूं, लेकिन... सड़क किनारे फू़ड स्टॉल लगाता है ये शख्स, वड़ापाव बेचने का अनोखा अंदाज़ हुआ वायरल



विश्वास रावत द्वारा एक्स पर शेयर की गई पोस्ट में HSR Zudio के बाहर तैनात शख्स के मोबाइल भोजनालय को दिखाती है. एक बोर्ड के साथ जिसमें लिखा है, "मैं सुपरहीरो नहीं हूं, लेकिन मैं वड़ा पाव के साथ दिन बचा सकता हूं,"

बेंगलुरु (Bengaluru) अपनी तकनीकी कौशल और उद्यमशीलता की भावना के लिए जाना जाता है और अब एक शख्स एक अनोखे ट्विस्ट के साथ स्ट्रीट फूड बेचकर लोगों का ध्यान खींच रहा है. पूर्व वास्तुकार से उद्यमी बने इस पूर्व वास्तुकार ने पॉव और चटनी के लिए कुछ अनोखा और नया करने की कोशिश की है, और अपनी बाइक पर वड़ा पाव स्टॉल (Vada Pav Stall) लगाया है जो भूख और कल्पना दोनों को आकर्षित कर रहा है.


विश्वास रावत द्वारा एक्स पर शेयर की गई पोस्ट में HSR Zudio के बाहर तैनात शख्स के मोबाइल भोजनालय को दिखाती है. एक बोर्ड के साथ जिसमें लिखा है, "मैं सुपरहीरो नहीं हूं, लेकिन मैं वड़ा पाव के साथ दिन बचा सकता हूं," वह तकनीकी शहर की विविध आबादी के लिए मुंबई की पाक विरासत का एक हिस्सा दिखा रहा है.


टेबल बनाने से लेकर महाराष्ट्र के सबसे पसंदीदा स्नैक्स में से एक को परोसने तक की इस पूर्व-वास्तुकार की यात्रा उसकी विशिष्ट उद्यमशीलता की कहानी नहीं है. यह एक ऐसे शहर में भोजन के प्रति जुनून और सादगी की ओर इशारा करने की कहानी है, जहां अक्सर बड़े स्टार्टअप और हाई-टेक उद्यम होते हैं. उनका वड़ा पाव सिर्फ तुरंत बनने वाला भोजन नहीं है; वे एक संपूर्ण भोजन का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो घर में बने व्यंजन के आराम और पुरानी यादों का प्रतीक है.



जैसे ही ग्राहक इस स्वादिष्ट नाश्ते के साथ अपनी खरीदारी का आनंद लेते हैं, उन्हें याद दिलाया जाता है कि बेंगलुरु का आकर्षण न केवल इसकी तकनीकी प्रगति में है, बल्कि अच्छी तरह से बनाए गए वड़ा पाव की तरह जीवन की सरल खुशियों को अपनाने और जश्न मनाने की क्षमता में भी है. स्वादों का यह वास्तुकार वास्तव में एक समय में एक वड़ा पाव की बचत कर रहा है, जिससे साबित होता है कि बेंगलुरु में नवाचार दो पहियों सहित कई रूपों में आता है.

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